ल्यूक द्वारा रिपोर्ट 2020-3-31
फरवरी में COVID-19 के प्रकोप के बाद से, इसने वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे इस्पात और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय मांग में गिरावट आई है।
एसएंडपी ग्लोबल प्लैट्स के अनुसार, जापान और दक्षिण कोरिया ने टोयोटा और हुंडई का उत्पादन अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, तथा भारत सरकार ने 21 दिन के यात्री प्रवाह पर कठोर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे कारों की मांग में कमी आएगी।
वहीं यूरोप और अमेरिका में ऑटो फैक्ट्रियों ने भी बड़े पैमाने पर उत्पादन बंद कर दिया है, जिसमें डेमलर, फोर्ड, जीएम, वोक्सवैगन और सिट्रोएन समेत एक दर्जन से अधिक बहुराष्ट्रीय ऑटो कंपनियां शामिल हैं। ऑटो उद्योग को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, और स्टील उद्योग आशावादी नहीं है।
चाइना मेटलर्जिकल न्यूज के अनुसार, कुछ विदेशी स्टील और खनन कंपनियां अस्थायी रूप से उत्पादन निलंबित करेंगी और काम बंद करेंगी। इसमें इतालवी स्टेनलेस स्टील लॉन्ग्स उत्पादक वलब्रुना, दक्षिण कोरिया की POSCO और आर्सेलर मित्तल यूक्रेन की KryvyiRih समेत 7 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध स्टील कंपनियां शामिल हैं।
वर्तमान में, चीन की घरेलू इस्पात मांग बढ़ रही है, लेकिन निर्यात अभी भी चुनौतियों का सामना कर रहा है। चीन के सीमा शुल्क के सामान्य प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से फरवरी 2020 तक, चीन का इस्पात निर्यात 7.811 मिलियन टन था, जो साल-दर-साल 27% की कमी थी।
पोस्ट करने का समय: मार्च-31-2020

